Maa Durga Shayari and Wishes | 9 रुपों की शायरी | Happy Navratri wishes 2025 with images
Maa Durga shayari in hindi
शारदीय नवरात्रि 2025 के पावन अवसर पर, इस ब्लॉग पोस्ट में आप पाएँगे माँ दुर्गा के नौ स्वरूपों — Shailputri, Brahmacharini, Chandraghanta, Kushmanda, Skandamata, Katyayani, Kalaratri, Mahagauri और Siddhidatri - पर विशेष shayari and wishes. ये shayari Maa Durga ke रूपों को बहुत अच्छे से बताते हैं। यहाँ न सिर्फ माँ के रूपों का वर्णन है, बल्कि उन रूपों से जुड़े भाव, उनकी महिमा और उनके आशीर्वाद की कामनाएँ भी शामिल हैं।
1. माँ शैलपुत्री
Navratri का पहला दिन माँ शैलपुत्री को समर्पित है। हमारी इस पोस्ट में आपको मिलेंगी Maa Shailputri Shayari in Hindi, जो साहस और शक्ति का आशीर्वाद दिलाती हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
माँ शैलपुत्री, इनका पहला है रूप,
धैर्य-शक्ति से पूर्ण, सर्वोच्च स्वरूप।
एक हस्त में सशक्त त्रिशूल,
दूसरे हस्त में कोमल फूल।
नन्दी पर बैठे होकर सवार,
उनकी शक्ति से चले पूरा संसार।
एक ही काया अनेकों रूप अपनाया,
ज्वलित ज्वाला संग श्वेत समाया,
सादगी को सुंदर श्रृंगार बताया।
पर्वत की बेटी होने के नाते,
स्थिरता और दृढ़ता के संदेश है बाटे ।
जो जीवन के उतार चढ़ाव में विचलीत हो जाते .
वे अपनी आंतरिक शक्ति को कैसे पहचान पाते ।
हासिल हो जाए ऊंचाई जो,
न भूलो अपनी गहराई ।
विश्वास रख सिद्धांतों पर,
ढूंढो अपने भीतर छिपी एक नई परछाई को।
बैल पर होकर बिराजमान,
भावना को ऊर्जा कर विद्यमान.
बाहरी दिखावा के न हुए कोई महान,
मन की शांति, पवित्रता ही सरल प्रमाण ।
2. माँ ब्रह्मचारिणी
दूसरे दिन माँ ब्रह्मचारिणी तपस्या और संयम की देवी मानी जाती हैं। यहाँ पढ़ें Brahmacharini Mata Shayari, जो आपके status और captions के लिए perfect रहेंगे। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
माँ ब्रह्मचारिणी, इनका दूसरा है रूप,
ज्ञान और भक्ति से प्रकाशित है स्वरूप.
अनन्त में विद्यमान सा गतिमान अद्भूत।
हाथ में माला, कमंडल धारिणी।
मंगलकारी, सुख-समृद्धि दायिनी।
ब्रह्म तत्व की ज्ञान की अधिष्ठात्री।
जप की माला से आत्मा का संवाद बने,
कमण्डल थामे संयम की धारा बहे,
श्वेत वस्त्र में निर्मलता झलके,।
द्वितीय दिन माँ ब्रह्मचारिणी करते है आपकी आराधना,
ब्रह्मत्व का आचरण कर करते है पवित्र साधना ।
सदाचार, संयम की वृद्धि हो करते ही यही उपासना,
ताकि सभी बाधाओं का कर सके आसानी से सामना ।
तप त्याग की स्वयं मूर्ति,
साधना से की शिवजी की स्तुति ।
महादेव ने स्वीकारा हुई मनोकामना की पूर्ति,
तप त्याग वैराग्य की शक्ति जाने सृष्टि ।
3. माँ चंद्रघंटा
तीसरे दिन माँ चंद्रघंटा की पूजा से भय दूर होता है। हमारी इस पोस्ट में आपको मिलेंगी Maa Chandraghanta Shayari, जिन्हें आप आसानी से share कर सकते हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
माँ चंद्रघंटा इनका तीसरा स्वरूप
शक्ति और वीरता से परिपूर्ण।
स्वर्ण सी चमकती काया,
मस्तक पर चंद्र घंटा छाया।
कमल से शोभित माला,
तेज की ज्योति ज्वाला ।
मस्तक पर सजा अर्धचंद्र,
दस हाथों में शक्ति के शस्त्र ।
उपासना से इनकी मिले पापों से मुक्ति,
वीरता के गुणों वृद्धि, मन में संतुष्टि ।
करुणा से पावन हो हर एक दृष्टि,
माँ के चरणों में समर्पित रहे भक्ति।
शांति, सौम्यता और साहस का संगम,
वीरता, और भय नाशकता भव्य रंग।
4. माँ कूष्माण्डा
माँ कूष्माण्डा ब्रह्मांड की सृष्टिकर्ता मानी जाती हैं। इस blog में हमने जोड़ा है Maa Kushmanda Shayari और शुभकामनाएँ, जिन्हें आप दोस्तों व परिवार के साथ बाँट सकते हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
समस्त सृष्टि की आदि-स्वरूपा,
चौथा रूप है शक्ति माँ कूष्मांडा ।
अष्टभुजा है सिद्धि-निधी के प्रतीक,
शेर पर सवार प्रतिमा बड़ी अलौकिक ।
शक्ति, समृद्धि, बुद्धि, और स्वास्थ्य का सार,
संतुलन और करुणा का करतीं जग में विस्तार।
इनके तेज और प्रकाश से दसों दिशाएँ दिव्यमान,
शेर पर सवार, मुख पर दिव्य तेज सूर्य समान,
समग्र ब्रह्माण्ड में जिनका है एक अनुपम स्थान ।
आधियों-व्याधियों से मुक्त कर भक्तों का करे कल्याण ।
पूजा से मिलता सुख और समृद्धि,
रोगों और शौकों से मिलती मुक्ति।
5. माँ स्कंदमाता
माँ स्कंदमाता को परिवार और संतान की रक्षक माना जाता है। हमारी पोस्ट में पढ़ें Maa Skandamata Shayari, Motherhood Quotes और Navratri Wishes in Hindi, जो प्रेम और सुरक्षा का संदेश देती हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
शिव-शक्ति के पावन संगम,
स्कंदमाता का स्वरूप पंचम।
श्रद्धा और समर्पण है आधारभूत,
मातृत्व और करुणा का स्वरूप ।
शिवतत्व का मेल हुआ त्रिशक्ति संग.
तब उद्भव हुआ प्रतीक रूप स्कंद ।
मातृत्व की छाँव में भरा अनंत आनंद,
सृष्टि पर छाया स्नेह का नया रंग।।
चार भुजा, अभयमुद्रा ।
दो हाथों में कमल सुशोभित,
शिशु रूप स्कंद है सज्जित ।
उपासना से सभी मनोकामनाओ की होती पूर्ति,
मोह माया ऊपर उठती मन की शांति और संतुष्टि।
कृपा बरसती करने पर उनकी सच्ची भक्ति।
6. माँ कात्यायनी
छठे दिन माँ कात्यायनी की पूजा होती है। ये वीरता और आत्मबल का प्रतीक हैं। इस ब्लॉग में आपको मिलेंगी Maa Katyayani Shayari, जो खासकर लड़कियों को शक्ति का संदेश देती हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
सिंह पर हो सवार हाथ लिए कमल और तलवार ,
माँ कात्यायनी स्वयं है माँ दुर्गां का छठा अवतार।
लाल वस्त्र में लिपटी, अद्भुत है श्रृंगार,
सत्य, धर्म की रक्षा कर खत्म करे अंधकार।
स्वर्ण आभा से ज्वलित महाशक्ति का आधार,
चार भुजाओं से करती पापों का संहार।
महिषासुर करते चला जब अत्याचार,
देव-ऋषि सब उठे त्राहि-त्राहि पुकार।
तब जन्मीं माँ कात्यायनी लिए बल अपार,
महिषासुर के रूप हजार, पर किया प्रचंड प्रहार ।
गिरा भूमि पर दैत्य किया त्रिशूल का वार ।
खत्म हुआ अंधकार, छिन्न हुआ अहंकार .
तब से कहलाए महिषासुरमारदिनी अवतार।
7. माँ कालरात्रि
सातवें दिन माँ कालरात्रि अंधकार और नकारात्मकता का नाश करती हैं। हमारी इस पोस्ट में पढ़ें Maa Kalaratri Shayari और Navratri Messages in Hindi, जो साहस और आत्मविश्वास बढ़ाते हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
त्रिनेत्र प्रज्वलित अग्नि-से, विकराल विशाल स्वरूप,
गर्दन में मुण्डमाला, क्रोध से प्रचंड विनाशक रूप।
काली, महाकाली, भद्रकाली, भैरवी, मृत्यू-रुद्राणी,
चामुंडा, चंडी और दुर्गा के कई नाम विनाशकारी ।
कृष्णवर्ण काया, रात-सा गहन अंधकार,
गर्दभ पर आरूढ, खड्ग वज्र हथियार।
रक्तबीज की हर बूंद से जन्मे अनेक दैत्य,
माँ कालरात्रि प्रकट विकराल रूप दिखाया।
खड्ग उठाकर दैत्य संहारे, रक्त पी डाला,
फिर जीत हुई धर्म की,अधर्म का अंत कराया।
शिव-स्पर्श से माँ काली, फिर से शांत हुईं,
संहार और करुणा संग सृष्टि ने शक्ति पाई।
माँ कालरात्रि की उपासना से अकाल मृत्यु टल जाती है,
भक्त के जीवन में दीर्घायु और सुख-शांति आ जाती है।
अज्ञानता मिटाकर, ज्ञान की ज्योति जगमगाती है,
संकटों की हर काली रात, नए सवेरे में बदल जाती है।
8. माँ महागौरी
माँ महागौरी पवित्रता और सौम्यता का स्वरूप हैं। यहाँ पर आपको मिलेंगी Maa Mahagauri Shayari जिन्हें आप WhatsApp और Instagram captions में use कर सकते हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
शांति करुणा का अनुपम स्वरूप।
माँ महागौरी इनका आठवां रूप ।
चाँद-सा कोमल मुख तथा गौर वर्ण
आभूषण से सुशोभित श्वेताम्बरधरा,
प्रतिमा रूप चारभुजा एव वृषारूढ़ा ।
पार्वती तप करतीं थीं, पाने शिव का साथ,
धूप-धूल में तपते काया हुई थी श्याम ।
शिव ने गंगा जल से कराया निर्मल स्नान,
उज्वल रूप हुआ प्रकट, महागौरी मिला नाम।
हृदय की पवित्रता और समर्पण को दर्शाती,
नारीशक्ति, ऐश्वर्य और सौन्दर्य की देवी कहलाती।
भक्त जो करता उपासना, पाता सुख-समृद्धि अपार,
माँ महागौरी कृपा कर लेती हर संकट में संभाल।
9. माँ सिद्धिदात्री
नौवें दिन माँ सिद्धिदात्री की पूजा होती है। हमारी पोस्ट में पढ़ें Maa Siddhidatri Shayari और Navratri Wishes in Hindi 2025, जो जीवन में आत्मविश्वास और सिद्धियाँ पाने का आशीर्वाद देती हैं। इन shayaris से आपको माँ के बारे में भी जानने को मिलेगा, माँ के रूप के वर्णन, माँ की उदारता और हमें क्या सीखने को मिलता है माँ से ये सब पता चलेगा।
करुणामयी जगत जननी स्वरूप
माँ सिद्धिदात्री है इनका नौवां रूप।
सिद्धि-बुद्धि देतीं, हर दुख करतीं दूर,
चार भुजाओं में शोभित,शक्ति का अद्भुत।
आराधन से शिवजी को मिला, सिद्धियों का वरदान,
साधना के आधार त्रैलोक्य में हुआ अर्धनारीश्वर नाम ।
सिद्धिदात्री की भक्ति में ही समाई हुई शक्ति महान ।
ज्ञान, बुद्धि, धन, स्वास्थ्य और मोक्ष की प्राप्ति,
संपूर्ण शक्ति और दिव्यता का प्रतीक सिद्धिदात्री ।
0 Comments